पंडित । आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती, सरकार की छवि सुधारने में जुट गई हैं। कथित ऑपरेशन क्लीन इमेज के चलते मायावती ने अपने मंत्रिमंडल में से चार मंत्रियों को हटा दिया है।
हालांकि इस बर्खास्तगी का कारण साफतौर पर जाहिर नही किया है लेकिन सूत्रों की मानें तो इन मंत्रियों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने एवं भ्रष्टाचार के आरोप हैं। इस तरह मायावती सरकार द्वारा बर्खास्त मंत्रियों की संख्या ११ तक पहुंच गई है।
मायावती सरकार द्वारा रविवार देर शाम जारी की गई बर्खास्तगी की लिस्ट में हायर एजुकेशन मिनिस्टर राकेशधर त्रिपाठी, एग्रीकल्चर एजुकेशन एण्ड रिसर्च मिनिस्टर राजपाल त्यागी, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकास स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री अवधेश कुमार वर्मा एवं होमगार्ड प्रनित्य रक्षा दल राज्य मंत्री हरीओम के नाम हैं।
ये सभी मंत्री काफी समय से लोकायुक्त की जांच के दायरे में थे सूत्रों का कहना है कि इन मंत्रियों के खिलाफ लोकायुक्त एन के मेहरोत्रा के पास पर्याप्त सबूत है और वह किसी भी वक्त अपनी रिपोर्ट पेश कर सकते हैं। राजपाल त्यागी पर किडनेपिंग का मामला है और हरीओम के खिलाफ सीबीआई में फर्जी एन्काउंटर के मामले की जांच चल रही है।
हालांकि इस बर्खास्तगी का कारण साफतौर पर जाहिर नही किया है लेकिन सूत्रों की मानें तो इन मंत्रियों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने एवं भ्रष्टाचार के आरोप हैं। इस तरह मायावती सरकार द्वारा बर्खास्त मंत्रियों की संख्या ११ तक पहुंच गई है।
मायावती सरकार द्वारा रविवार देर शाम जारी की गई बर्खास्तगी की लिस्ट में हायर एजुकेशन मिनिस्टर राकेशधर त्रिपाठी, एग्रीकल्चर एजुकेशन एण्ड रिसर्च मिनिस्टर राजपाल त्यागी, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकास स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री अवधेश कुमार वर्मा एवं होमगार्ड प्रनित्य रक्षा दल राज्य मंत्री हरीओम के नाम हैं।
ये सभी मंत्री काफी समय से लोकायुक्त की जांच के दायरे में थे सूत्रों का कहना है कि इन मंत्रियों के खिलाफ लोकायुक्त एन के मेहरोत्रा के पास पर्याप्त सबूत है और वह किसी भी वक्त अपनी रिपोर्ट पेश कर सकते हैं। राजपाल त्यागी पर किडनेपिंग का मामला है और हरीओम के खिलाफ सीबीआई में फर्जी एन्काउंटर के मामले की जांच चल रही है।
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