पंडित : केंद्र सरकार ने मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र को तीन के लिए बढ़ाने का फैसला किया. माना जा रहा है कि सरकार ने यह कदम विवादास्पद लोकपाल विधेयक को संसद में पारित कराने के लिए किया है.
शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर को समाप्त हो रहा था, जिसे 27, 28 और 29 दिसंबर तक के लिए बढ़ाया गया और इस तरह अब संसद की कार्यवाही 29 दिसंबर को समाप्त होगी.
संसदीय कार्य राज्य मंत्री हरिश रावत ने कहा कि इन तीन दिनों में लोकपाल विधेयक, न्यायिक जवाबदेही विधेयक और व्हिसल ब्लोअर बिल पर चर्चा होगी.
संसदीय कार्य राज्य मंत्री का कहना था कि शीतकालीन सत्र के विस्तार का फैसला विपक्षी और सहयोगी दलों से चर्चा के बाद किया गया.
इस बीच खबर है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लोकपाल के अंतिम ड्राफ्ट को मंजूरी दे दी है. यह बिल अब प्रधानमंत्री के नोट के साथ कानून मंत्रालय के पास भेजा जाएगा, जहां फिर इस कैबिनेट के पास रखा जाएगा.
लोकपाल के फाइनल ड्राफ्ट पर मंगलवार की शाम कैबिनेट की बैठक हो सकती है, हालांकि पिछले दो दिनों से इस पर कैबिनेट की बैठक टल रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लोकपाल के फाइनल ड्राफ्ट पर मंत्रियों के बीच ही आम सहमति नहीं बन पा रही है.
दूसरी टीम अन्ना का रुख सख्त नजर आ रहा है, जहां सरकार ने शीतकालीन सत्र को बढ़ाने का फैसला किया है, वहीं टीम अन्ना के सदस्य कुमार विश्वास ने स्टार न्यूज़ से कहा कि 27 दिसंबर को अन्ना का प्रस्तावित अनशन ज़रूर होगा.
उनकी दलील है कि ऐसा इसलिए किया जाएगा, ताकि जनता को यह बताया जा सके सरकार लोकपाल को लेकर किस कदर टालमटोल का रवैया अपना रही है.
शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर को समाप्त हो रहा था, जिसे 27, 28 और 29 दिसंबर तक के लिए बढ़ाया गया और इस तरह अब संसद की कार्यवाही 29 दिसंबर को समाप्त होगी.
संसदीय कार्य राज्य मंत्री हरिश रावत ने कहा कि इन तीन दिनों में लोकपाल विधेयक, न्यायिक जवाबदेही विधेयक और व्हिसल ब्लोअर बिल पर चर्चा होगी.
संसदीय कार्य राज्य मंत्री का कहना था कि शीतकालीन सत्र के विस्तार का फैसला विपक्षी और सहयोगी दलों से चर्चा के बाद किया गया.
इस बीच खबर है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लोकपाल के अंतिम ड्राफ्ट को मंजूरी दे दी है. यह बिल अब प्रधानमंत्री के नोट के साथ कानून मंत्रालय के पास भेजा जाएगा, जहां फिर इस कैबिनेट के पास रखा जाएगा.
लोकपाल के फाइनल ड्राफ्ट पर मंगलवार की शाम कैबिनेट की बैठक हो सकती है, हालांकि पिछले दो दिनों से इस पर कैबिनेट की बैठक टल रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लोकपाल के फाइनल ड्राफ्ट पर मंत्रियों के बीच ही आम सहमति नहीं बन पा रही है.
दूसरी टीम अन्ना का रुख सख्त नजर आ रहा है, जहां सरकार ने शीतकालीन सत्र को बढ़ाने का फैसला किया है, वहीं टीम अन्ना के सदस्य कुमार विश्वास ने स्टार न्यूज़ से कहा कि 27 दिसंबर को अन्ना का प्रस्तावित अनशन ज़रूर होगा.
उनकी दलील है कि ऐसा इसलिए किया जाएगा, ताकि जनता को यह बताया जा सके सरकार लोकपाल को लेकर किस कदर टालमटोल का रवैया अपना रही है.
0 टिप्पणियाँ:
Post a Comment